अपने जीवनकाल में स्वच्छ होने के लिए,
स्वभाव में बदल जाने के लिए,
एक अर्थपूर्ण जीवन जीने के लिए,
प्राणी के रूप में अपना कर्तव्य पूरा करने के लिए,
तुम्हें करना होगा स्वीकार परमेश्वर की ताड़ना और न्याय,
परमेश्वर के अनुशासन और प्रहार को होने न देना ख़ुद से जुदा,
यही करेगा तुम्हें मुक्त शैतान की चालबाज़ी से,
यही करेगा आज़ाद तुम्हें शैतान के प्रभाव से,
वो शक्ति जो करे हुए है तुम पर कब्ज़ा,
जी सकोगे फिर तुम, जी सकोगे फिर तुम,
जी सकोगे फिर तुम परमेश्वर की रोशनी में और भी ज़्यादा,
और भी ज़्यादा।
परमेश्वर की ताड़ना है रोशनी, उसका न्याय है मुक्ति की रोशनी।
है तुम्हारे लिए सबसे बड़ी कृपा,
जो रखती है तुम्हें सुरक्षा के घेरे में।
परमेश्वर की ताड़ना है रोशनी, उसका न्याय है मुक्ति की रोशनी।
है तुम्हारे लिए सबसे बड़ी कृपा,
जो रखती है तुम्हें सुरक्षा के घेरे में।
तुम्हें करना होगा स्वीकार परमेश्वर की ताड़ना और न्याय,
परमेश्वर के अनुशासन और प्रहार को होने न देना ख़ुद से जुदा,
यही करेगा तुम्हें मुक्त शैतान की चालबाज़ी से,
यही करेगा आज़ाद तुम्हें शैतान के प्रभाव से,
वो शक्ति जो करे हुए है तुम पर कब्ज़ा,
जी सकोगे फिर तुम, जी सकोगे फिर तुम,
जी सकोगे फिर तुम परमेश्वर की रोशनी में और भी ज़्यादा,
और भी ज़्यादा।
"वचन देह में प्रकट होता है" से